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कल्याण की निर्भया को न्याय का इंतजार

  • जनता में आक्रोश, दोषियों को कड़ी सजा की मांग

नारद वार्ता संवाददाता, ठाणे:  कल्याण में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ हुई रेप और मर्डर की घटना ने पूरे इलाके में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। लेकिन घटना के 15 दिन बाद भी जनता में गुस्सा बना हुआ है और वे दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। 

क्या है पूरा मामला?
23 दिसंबर की शाम कल्याण पूर्व में एक बच्ची अपनी मां से 20 रुपये लेकर खाने की सामग्री खरीदने के लिए घर से बाहर गई थी। जब वह देर रात तक वापस नहीं लौटी, तो उसके परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू किया। काफी खोजबीन के बावजूद जब बच्ची नहीं मिली, तो परिजनों ने कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।  इसके बाद मंगलवार सुबह भिवंडी के बापगांव इलाके में एक कब्रिस्तान के पास बच्ची का शव बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत घटना की जांच शुरू की और परिजनों को शव की पहचान के लिए बुलाया। परिजनों ने शव की पुष्टि की। 

घटना के समय घर पर नहीं थी पत्नी
सूत्रों के अनुसार, जब आरोपी विशाल ने इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया, उस समय उसकी पत्नी साक्षी गवली घर पर मौजूद नहीं थी। वह बैंक में अपने काम पर गई हुई थी। जब साक्षी घर लौटी, तो विशाल ने उसे पूरी घटना के बारे में बताया। पहले तो वह हैरान रह गई, लेकिन बाद में पति के डर से उसे बचाने के लिए बच्ची के शव को ठिकाने लगाने में मदद की। इसके बाद विशाल और साक्षी ने रात के करीब 8 से 8:30 बजे के बीच अपने दोस्त का ऑटो रिक्शा बुलाया और शव को उसमें रखकर बाहर ले गए। कब्रिस्तान के पास पहुंचकर उन्होंने बच्ची के शव को फेंक दिया। इसके साथ ही, घर में पड़े खून के सभी निशान भी साफ कर दिए थे।

पकड़े जाने से पहले बुलढाना भाग गया था आरोपी
कल्याण रेप केस का मुख्य आरोपी विशाल गवली, बच्ची का शव ठिकाने लगाने के बाद अपने ससुराल बुलढाना के शेगाव भाग गया था, जबकि उसकी पत्नी कल्याण में ही थी। पुलिस ने मामले की जांच के दौरान इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें विशाल और उसकी पत्नी को ऑटो में जाते हुए देखा गया। जांच के दौरान पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपी की पत्नी को हिरासत में लिया। पूछताछ में पत्नी ने पूरी घटना का खुलासा कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी विशाल के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया। बुलढाना में आरोपी के होने की सूचना मिलने पर कल्याण पुलिस ने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी और उसका फोटो भी भेजा।  विशाल ने बुलढाना में अपना लुक बदलने के लिए सैलून में दाढ़ी बनवाई। इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद कोलसेवाड़ी पुलिस उसे कल्याण ले आई। पुलिस ने शव ठिकाने लगाने में इस्तेमाल हुए ऑटो को भी जब्त कर लिया है।

अंतिम संस्कार के समय स्थानीय लोगों का फूटा आक्रोश

पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने बच्ची का शव उसके परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। जब शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, तब लोगों ने गाड़ी को रोक लिया और आरोपी को बदलापुर की घटना के आरोपी अक्षय शिंदे की तरह कड़ी सजा देने की मांग की।  हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाकर शांत किया, जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया जा सका। इस घटना के चलते पूरे दिन इलाके में तनाव का माहौल बना रहा, और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई थी।

श्मशान भूमि से सीएम के एडवाइजर को फोन
श्मशान भूमि में जब परिजन और स्थानीय लोग शव को वाहन से उतारने से मना कर रहे थे, तब एक पत्रकार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मीडिया एडवाइजर को फोन किया। पत्रकार ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि लोगों में गहरा आक्रोश है। तब उन्होंने बताया कि सीएम ने ठाणे के पुलिस कमिश्नर से बात की और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने तथा आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का निर्देश भी दिया है। यही जानकारी मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने निर्भया के परिजनों और स्थानीय लोगों को दी, जिसके बाद लोगों का गुस्सा थोड़ा शांत हुआ। अधिकारियों की पहल से अंततः शव का अंतिम संस्कार किया जा सका।

मुंबई बीजेपी नेता अमरजीत मिश्र ने पीड़ित परिवार को दी सांत्वना
कल्याण की दर्दनाक घटना की जानकारी मिलने के बाद मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र पत्रकारों के साथ पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और उनकी स्थिति के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की। इस दौरान निर्भया के पिता अस्थि विसर्जन के लिए नासिक गए हुए थे, जिनसे अमरजीत मिश्र ने फोन पर बातचीत की। उन्होंने पीड़ित परिवार की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने और उनसे मुलाकात कराने का आश्वासन भी दिया। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी।

मुख्यमंत्री से मिला निर्भया का परिवार 

कल्याण की घटना को गंभीरता से लेते हुए मुंबई बीजेपी नेता अमरजीत मिश्र ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से संपर्क किया और निर्भया के परिवार से मुलाकात के लिए समय लिया। इसके बाद अमरजीत मिश्र ने कल्याण के एक पत्रकार से बात कर पीड़ित परिवार को मुंबई लाने का अनुरोध किया।  अगले दिन पत्रकार ने निर्भया के माता-पिता को लेकर मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचाया। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। इस मुलाकात के दौरान कल्याण की विधायक सुलभा गायकवाड, विजय उपाध्याय, आईपी मिश्र, सीपी मिश्र और मृत्युंजय शुक्ला भी मौजूद थे।

30 दिन में चार्जशीट दाखिल करने का आदेश
पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री से मिलाने के बाद मुंबई के पत्रकार और मुंबई बीजेपी नेता अमरजीत मिश्र ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को पैरवी के लिए नियुक्त करने और इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में उज्जवल निकम के पैरवी पर सहमति जताई। साथ ही, ठाणे के पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिया कि 30 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल की जाए। साथ ही, मामले में निकम से समन्वय करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन से चार महीने के भीतर आरोपी को कठोर से कठोर सजा दी जाएगी। उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि आरोपी अब कभी जेल से बाहर नहीं आएगा और न्याय जल्द ही मिलेगा।

कल्याण की निर्भया के लिए स्थानीय नेता मुखर

कल्याण की निर्भया को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय नेता शैलेश तिवारी, नवीन सिंह, महेश गायकवाड और अन्य सक्रिय रूप से आवाज उठा रहे हैं। जनता से लेकर नेताओं तक सभी की एक ही मांग है कि आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। इस मामले में व्यापक आक्रोश के बीच लोग न्याय की गुहार लगा रहे हैं।

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