उठो सिया श्रृंगार करो.. की गूंज में डूबा मुंबई का प्रतियोगिता

– बच्चों ने भक्ति, संस्कृति और संस्कारों से जीता सबका दिल

रामलीला प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार

संतोष दुबे, नारद वार्ता संवाददाता, मुंबई:

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पावन गाथा और रामचरितमानस की चौपाइयों से जब पूरा सभागार गूंज उठा, तो मानो वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो गया। अवसर था श्री आदर्श रामलीला समिति (मुंबई) द्वारा आयोजित अंतरविद्यालयीन प्रतियोगिता का, जहां भजन, चौपाई और रामलीला के किरदारों की जीवंत प्रस्तुति ने न केवल दर्शकों को भावविभोर किया, बल्कि बच्चों में भारतीय संस्कृति और रामभक्ति के बीज भी रोपे।

परंपरा और शिक्षा का संगम

समिति की ओर से भजन, निबंध और क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। मंच पर जब उठो सिया श्रृंगार करो जैसे भजनों की धुन बही, तो श्रोता भावविभोर होकर तालियों से झूम उठे।

समिति के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने कहा, ‘रामचरितमानस केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की राह दिखाने वाला अमृत स्रोत है। ऐसी प्रतियोगिताएं बच्चों में अनुशासन, भक्ति और संस्कार के बीज बोती हैं।’

बच्चों में संस्कार का रोपण

नवभारत टाइम्स के वरिष्ठ पत्रकार नवीन कुमार पांडेय ने कहा, ‘रामचरित मानस की चौपाइयां और रामलीला हमारे समाज की सांस्कृतिक धरोहर हैं। इस तरह की प्रतियोगिताएं नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ती हैं और उनमें आस्था तथा मूल्यों का संस्कार रोपित करती हैं।’

समिति के कानबिहारी अग्रवाल ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य बच्चों में धर्म, संस्कृति और परंपरा के प्रति उत्साह जगाना है। जिस तरह बच्चों ने भक्ति और श्रद्धा से प्रस्तुति दी, वह आने वाले कल का उज्ज्वल संकेत है।’

परंपराओं से जुड़ने का जीवंत सेतु

मुख्य अतिथि रविन्द्र संघवी (विभाग संघचालक, आर.एस.एस. परेल विभाग) ने कहा, ‘आज की पीढ़ी जब रामायण और रामचरितमानस से जुड़ती है, तो समाज का भविष्य स्वतः ही उज्ज्वल होता है। यह केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि परंपराओं से जुड़ने का एक जीवंत सेतु है।’

निर्णायकों और अतिथियों ने की सराहना

निर्णायक मंडल में डॉ. जंखना हकानी, एडवोकेट दीप्ति गुप्ता और डॉ. मनाली मथुरिया ने बच्चों की प्रतिभा को सराहा और कहा कि ऐसी प्रस्तुतियां नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का सशक्त माध्यम हैं।

बच्चों की प्रतिभा ने बिखेरा रंग

प्रतियोगिता में कोलाबा से विरार तक के बड़ी संख्या में स्कूलों ने भाग लिया। भजन प्रतियोगिता में केजीएस सर्वोदय स्कूल की हर्षिता प्रजापति और चिकित्सक समूह के विघ्नेश मोरे विजेता बने।क्विज (जूनियर ग्रुप) में गौरीदत्त मित्तल स्कूल और एचवीबी ग्लोबल अकेडमी विजेता रहे। क्विज (सीनियर ग्रुप) में घाटकोपर हिंदी हाईस्कूल और एचवीबी ग्लोबल अकेडमी ने बाजी मारी।

आदर्श रामलीला समिति के पदाधिकारी और अतिथि

कार्यक्रम का संचालन मंत्री कानबिहारी अग्रवाल और कोषाध्यक्ष वैभव गुप्ता ने किया, जबकि आयोजन में देवेंद्र अग्रवाल, संदीप अग्रवाल और आनंद शुक्ला सक्रिय रहे।इस अवसर पर अनिल अग्रवाल, घनश्याम पहलाजानी, अरुण गोयल, नरेंद्र एस. अग्रवाल, मृदंग मथुरिया, राहुल हकानी, राधेश्याम मिश्र, राकेश अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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