मुंबई में मानसून का 75 वर्षों में सबसे जल्दी आगमन
- केरल में भी जल्दी दस्तक, इस साल सामान्य से अधिक बारिश की संभावना: मौसम विभाग
- Monsoon Arrives in Mumbai 16 Days Early, Earliest in 75 Years, Says IMD
संतोष दुबे, नारद वार्ता संवाददाता, मुंबई: इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ शुरुआत की है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को जानकारी दी कि मुंबई में मानसून सामान्य समय से 16 दिन पहले, 26 मई को पहुंच गया। यह 1950 के बाद का सबसे जल्दी आगमन है। आमतौर पर मुंबई में मानसून 11 जून के आसपास पहुंचता है।
आईएमडी के मुताबिक, शनिवार को मानसून ने केरल में भी दस्तक दी, जो कि 2009 के बाद सबसे जल्दी है। उस साल 23 मई को केरल में मानसून आया था। सामान्यत: केरल में मानसून एक जून को आता है और धीरे-धीरे पूरे देश में फैलता है, मुंबई में यह 11 जून तक और पूरे देश में 8 जुलाई तक पहुंचता है।
आईएमडी के मुंबई कार्यालय के अनुसार, पिछले वर्षों में मानसून का आगमन इससे कहीं बाद में हुआ था। 2023 में 25 जून, 2022 में 11 जून, 2021 में 9 जून, 2020 में 14 जून और 2019 में 25 जून को मानसून मुंबई पहुंचा था।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून के जल्दी या देर से आगमन का सीजन की कुल बारिश पर कोई सीधा असर नहीं होता। अप्रैल में आईएमडी ने 2025 के मानसून में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई थी और अल-नीनो के प्रभाव को नकारा था। अल-नीनो की स्थिति अक्सर भारत में सामान्य से कम बारिश लाती है।
आईएमडी के अनुसार, दीर्घकालिक औसत वर्षा के 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत तक की बारिश को ‘सामान्य’, 90 प्रतिशत से कम को ‘कम’, 90 से 95 प्रतिशत को ‘सामान्य से कम’, 105 से 110 प्रतिशत को ‘सामान्य से अधिक’, और 110 प्रतिशत से ज्यादा को ‘अत्यधिक’ बारिश माना जाता है।
पिछले वर्षों की तुलना में, 2024 में देशभर में 934.8 मिमी बारिश हुई, जो औसत से 108 प्रतिशत अधिक है। 2023 में 820 मिमी (94.4 प्रतिशत), 2022 में 925 मिमी, 2021 में 870 मिमी और 2020 में 958 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।