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साधारण साड़ी और छोटा बैग लेकर स्नान करने पहुंचीं सुधा मूर्ति

महाकुंभ में दिखी सादगी की मिसाल

Narad Varta, नारद वार्ता संवाददाता, प्रयागराज:
महाकुंभ-2025 में सादगी और आदर्श जीवनशैली की मिसाल पेश करते हुए इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी और जानी-मानी समाजसेविका सुधा मूर्ति ने मंगलवार को संगम में स्नान किया। लाल रंग की साधारण साड़ी पहने और कंधे पर छोटा सा बैग लिए सुधा मूर्ति ने अपनी सादगी से सभी का ध्यान आकर्षित किया।

सुधा मूर्ति अपनी सादगी और सेवा भावना के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने महाकुंभ के दौरान प्रयागराज पहुंचकर धार्मिक उत्साह और अपनी आस्था का परिचय दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए बेहद खास अवसर है कि मैं प्रयागराज के पवित्र संगम पर आकर महाकुंभ का हिस्सा बन सकी। यह महाकुंभ 144 वर्षों बाद आयोजित हो रहा है, और मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं।’

तीन दिन रहेंगी महाकुंभ में शामिल
सुधा मूर्ति ने बताया कि वह तीन दिन के लिए महाकुंभ में शामिल होने आई हैं। इस दौरान उन्होंने संगम स्नान किया और आयोजन के विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनने की बात कही।

सादगी और सरलता की मिसाल
सुधा मूर्ति और उनके पति नारायण मूर्ति, जिनकी कुल संपत्ति लगभग 5 अरब डॉलर (करीब 36,690 करोड़ रुपये) आंकी गई है, सादगीपूर्ण जीवन जीने के लिए जाने जाते हैं। सुधा मूर्ति ने पिछले 30 वर्षों से अपनी कमाई से कभी नई साड़ी नहीं खरीदी। वह हमेशा साधारण साड़ी पहनती हैं और भव्यता से दूर रहकर सादगी को प्राथमिकता देती हैं।

सामाजिक सेवा और प्रेरणा का प्रतीक
सुधा मूर्ति न केवल एक सफल लेखिका हैं, बल्कि उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है। महाकुंभ में उनकी उपस्थिति ने लोगों को उनके जीवन के सादगी भरे संदेश को अपनाने की प्रेरणा दी।

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