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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज में महाकुंभ में डुबकी लगाई, अक्षयवट और बड़े हनुमान जी के किए दर्शन

Narad Varta, नारद वार्ता संवाददाता, महाकुंभ नगर, प्रयागराज: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई और अक्षयवट तथा बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन किए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे।

संगम में स्नान और गंगा पूजा

राष्ट्रपति मुर्मू विशेष विमान से प्रयागराज हवाई अड्डे पहुंची, जहां उनका स्वागत राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद वे अरैल स्थित संगम घाट पहुंची और वहां नाव से संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान, आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को गंगा और यमुना नदियों के प्रवाह के बारे में जानकारी दी। संगम में स्नान करने के बाद, राष्ट्रपति ने गंगा में नारियल और पुष्प अर्पित किए और सूर्यदेव को अर्घ्य दिया।

अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन

राष्ट्रपति ने संगम में पवित्र स्नान के बाद अक्षयवट का दर्शन-पूजन किया। सनातन संस्कृति में अक्षयवट को अमरता का प्रतीक माना जाता है और यह हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है। इसके बाद, राष्ट्रपति ने सरस्वती कूप के दर्शन किए और बड़े हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर के महंत बलबीर गिरि ने विधिपूर्वक पूजन कराया और राष्ट्रपति को मंदिर की प्रतिकृति भेंट की।

डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र का दौरा

राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर स्थापित डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र का दौरा भी किया। इस केंद्र में महाकुंभ मेले की विस्तृत जानकारी तकनीकी माध्यमों से दी जा रही है, ताकि देश-विदेश के श्रद्धालु महाकुंभ के आयोजन को और अधिक निकटता से अनुभव कर सकें। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उन्हें केंद्र की विशेषताओं से अवगत कराया। महाकुंभ में डॉ. राजेंद्र प्रसाद, देश के पहले राष्ट्रपति ने भी संगम में स्नान किया था, जिससे यह आयोजन भारतीय संस्कृति और आस्था का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया है।

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