सरपंच हत्या मामले में धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग जल्दबाजी: छगन भुजबल
नारद वार्ता संवाददाता, मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग को अनुचित और जल्दबाजी करार दिया है। उन्होंने कहा कि जांच के नतीजे आने से पहले इस तरह की मांग करना गलत है।
मुख्यमंत्री ने की निष्पक्ष जांच की घोषणा
भुजबल ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में व्यापक और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “जो भी दोषी होगा, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल का करीबी क्यों न हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
सरपंच की हत्या का मामला
बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का 9 दिसंबर को अपहरण कर उन्हें प्रताड़ित करने के बाद हत्या कर दी गई। यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने एक पवनचक्की परियोजना संचालित करने वाली ऊर्जा कंपनी से पैसे वसूलने के प्रयास को विफल करने की कोशिश की थी, जिसके चलते उनकी हत्या की गई।
मुंडे के सहयोगी पर आरोप
धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड को जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने मुंडे के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है।
भुजबल ने बयां किया आपबीती
छगन भुजबल ने संवाददाताओं से कहा, ‘जांच के परिणाम आने से पहले इस्तीफे की मांग करना उचित नहीं है। मैंने भी 2003 में अब्दुल करीम तेलगी मामले के दौरान यह अनुभव किया है। उस समय, मुझे भी पद छोड़ना पड़ा था।’ उन्होंने बताया कि सीबीआई द्वारा जांच के बाद उनका नाम आरोपपत्र में नहीं आया और बाद में शरद पवार ने उन्हें मंत्री पद पर पुनः नियुक्त किया।
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