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मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव: मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच, 10 उम्मीदवार मैदान में

Narad Varta, Ayodhya, नारद वार्ता संवाददाता, अयोध्या: अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर 5 फरवरी को होने वाले उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चंद्रभानु पासवान के बीच माना जा रहा है।

चुनावी मैदान और अन्य उम्मीदवार

सपा और भाजपा के अलावा, आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम), मौलिक अधिकार पार्टी और राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के उम्मीदवार भी मैदान में हैं। इसके अतिरिक्त, पांच निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।

चुनाव प्रक्रिया और मतदाता संख्या

जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र विजय सिंह के अनुसार, 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना की जाएगी। इस उपचुनाव में 3.70 लाख से अधिक मतदाता शामिल होंगे, जिनमें 1.92 लाख पुरुष और 1.77 लाख महिलाएं शामिल हैं। मतदान के लिए 255 मतदान केंद्र और 414 बूथ स्थापित किए गए हैं। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चार जोनल और 41 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की जाएगी।

मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव क्यों?

वर्ष 2022 में सपा के टिकट पर अवधेश प्रसाद ने इस सीट से जीत हासिल की थी। लेकिन, 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद से सांसद निर्वाचित होने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिससे यह सीट खाली हो गई।

भाजपा और सपा का पिछला प्रदर्शन

2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार गोरखनाथ को सपा के अवधेश प्रसाद से हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा ने उस हार को चुनौती दी थी, लेकिन प्रसाद के सांसद बनने के बाद चुनाव याचिका वापस ले ली गई। राज्य में पिछले साल 9 अन्य विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनमें से भाजपा और रालोद ने 7 सीटें जीती थीं और सपा ने 2 सीटों पर कब्जा किया था। मिल्कीपुर के इस उपचुनाव में भाजपा और सपा के बीच एक बार फिर कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।

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