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कजरी में बसती है गांव की आत्मा, सावन एक मौसम नहीं, संस्कृति है: कृपाशंकर सिंह

प्रवेश कुमार पांडेय, नारद वार्ता, जौनपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा कि कजरी के गीतों से गांव की मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू आती है और सावन सिर्फ एक मौसम नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा है। वे रविवार की देर शाम जौनपुर शहर में आयोजित कजरी व स्नेहमिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह के प्रारंभ में बड़ी संख्या में लोगों ने कृपाशंकर सिंह को उनके जन्मदिन पर पुष्पगुच्छ भेंट कर बधाई दी।

संगीत में बसती है भारतीयता की आत्मा

उन्होंने कहा कि भारत एक पर्व प्रधान और संगीतमयी राष्ट्र है। हमारे सभी त्यौहार, परंपराएं और मौसम कहीं न कहीं संगीत से जुड़े हुए हैं। चैत्र से शुरू होकर भादो तक का हर महीना किसी न किसी संगीत परंपरा से जुड़ा है—चैता, बारहमासा, कजरी—सब हमारे सांस्कृतिक जीवन का हिस्सा हैं। उन्होंने सावन की बारिश, हरियाली, मोर की बोली और बादलों की गूंज को कजरी की आत्मा बताया।

कजरी की मिठास में डूबे श्रोता

कार्यक्रम में उपस्थित श्रोता उस समय भावविभोर हो गए जब प्रसिद्ध भोजपुरी गायक रविन्द्र सिंह ‘ज्योति’, अर्चना तिवारी और प्रिया सोनी ने एक से बढ़कर एक कजरी प्रस्तुत की। मंच से उठती लोक धुनों ने वातावरण को पूरी तरह सांस्कृतिक उल्लास में डुबो दिया। लोग देर रात तक तालियों की गड़गड़ाहट के साथ झूमते रहे।

जनप्रतिनिधियों की रही उपस्थिति

इस अवसर पर भाजपा प्रवक्ता ओमप्रकाश सिंह, पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिंह, विधायक विनय सोनी, पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर, विधान परिषद सदस्य बृजेश सिंह ‘प्रिंशु’, पूर्व विधायक सुषमा पटेल, जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह, विद्यासागर सोनकर, डॉ. हरेंद्र सिंह, सुशील मिश्र, मुरली पाल, शशि मोहन सिंह, रतनाकर सिंह, रविन्द्र सिंह, अजीत सिंह, शशि सिंह, रामदयाल द्विवेदी, सुनील यादव मम्मन, अजय सिंह, सर्वेश सिंह, श्यामराज सिंह, विमल सेठ, राहुल सिंह, प्रदीप सिंह, पीयूष गुप्ता, सतेंद्र सिंह फंटू, धनंजय सिंह, संदीप सरोज, सजल सिंह, वीरेंद्र सिंह, आसुतोष सिंह, राजकुमार सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह, संदीप सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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