संभल दंगा मामले में न्यायिक जांच आयोग ने दर्ज किए बयान
- Judicial Inquiry Commission Records Statements in Sambhal Riot Case
Narad Varta, नारद वार्ता संवाददाता, संभल (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित न्यायिक जांच आयोग ने संभल दंगा मामले में शुक्रवार को स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किए। यह दंगा पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद में एक सर्वेक्षण के दौरान भड़का था, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी और कई पुलिसकर्मी सहित अन्य लोग घायल हुए थे।
पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में दर्ज हुए बयान
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, जांच आयोग के सदस्य उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा, पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अरविंद कुमार जैन और उत्तर प्रदेश के पूर्व अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने संभल के चंदौसी रोड स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में बयान दर्ज किए।
पहले भी कर चुके हैं दौरा
आयोग ने इससे पहले 1 दिसंबर 2024, 21 जनवरी 2025 और 30 जनवरी 2025 को भी संभल का दौरा किया था। जनवरी में हुए दौरे के दौरान आयोग ने प्रशासनिक अधिकारियों के बयान दर्ज किए थे।
संभल दंगे की जांच जारी
सरकार ने 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद इस आयोग का गठन किया था। आयोग का उद्देश्य दंगे के कारणों की निष्पक्ष जांच करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देना है।