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महाकुंभ के कारण अयोध्या में रोजाना दो लाख श्रद्धालु, सुरक्षा को प्राथमिकता

Narad Varta, नारद वार्ता संवाददाता, अयोध्या: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने महाकुंभ के चलते अयोध्या में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के कारण रोजाना औसतन दो लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिससे शहर में भीड़-भाड़ बढ़ गई है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कुछ निर्माण कार्यों को रोकना पड़ा है।

सुरक्षा के चलते निर्माण कार्य में रुकावट

नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, ‘महाकुंभ के कारण जो यात्री कुंभ में शामिल हुए हैं, वे अयोध्या भी आ रहे हैं। इस कारण सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य रोक दिया गया है। फरवरी तक यह रोक जारी रह सकती है।’ उन्होंने बताया कि राम कथा कार्य के तहत निचले हिस्से में पत्थर के भित्ति चित्र जोड़े गए हैं, और किलेबंदी में कांस्य भित्ति चित्र स्थापित किए गए हैं।

निर्माण कार्य की प्रगति पर समीक्षा

मिश्रा ने आगे बताया कि पुणे से आए कलाकार बासुदेव कामत ने निर्माण कार्य की समीक्षा की और अपनी राय दी। आगामी दिनों में निर्माण कार्य की प्रगति और चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जयपुर में राम दरबार की मूर्तियों सहित सात अन्य मंदिरों की मूर्तियों और ‘परकोटा’ के छह मंदिरों की मूर्तियां तैयार की जा रही हैं।

अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। 2016 से पहले अयोध्या में हर साल औसतन 2.83 लाख श्रद्धालु आते थे, लेकिन अब रोजाना लगभग एक से डेढ़ लाख लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। सितंबर 2024 तक अयोध्या में करीब 13.50 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक आ चुके थे। राम मंदिर के निर्माण के बाद अयोध्या देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में नंबर एक पर पहुंच गया है।

सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर सरकार प्रतिबद्ध

मिश्रा ने स्पष्ट किया कि सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जहां-जहां संभव हो, निर्माण कार्य जारी रहेगा, लेकिन सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही कोई कार्य किया जाएगा। महाकुंभ के कारण अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को नए आयाम मिल रहे हैं, और यहां आने वाले श्रद्धालु इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनकर एक नए अध्याय का अनुभव कर रहे हैं।

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