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CBSE ने प्रस्तावित किया 10वीं में दो बार बोर्ड की परीक्षा का मसौदा, छात्रों को मिलेगा सुधारने का दूसरा मौका

प्रीती पांडेय, नारद वार्ता संवाददाता, मुंबई/नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के चेयरपर्सन राहुल सिंह ने कहा कि कि CBSE ने कक्षा 10वीं में दो बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के लिए मसौदा नीति जारी किया है। यह नीति राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) की सिफारिशों के अनुसार तैयार की गई है। इस मसौदे का उद्देश्य छात्रों को अपने प्रदर्शन में सुधार का एक और अवसर प्रदान करना है।

सिंह ने बताया कि मसौदा नीति में वर्तमान परीक्षा प्रणाली को जारी रखने का प्रस्ताव है। साथ ही, छात्रों को अपनी इच्छानुसार किसी भी विषय में दूसरी बार बोर्ड की परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। इसका उद्देश्य छात्रों को एक और मौका देना है ताकि वे अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकें।वर्तमान में, CBSE कक्षा 9वीं और 10वीं में 16 शैक्षणिक विषय, 23 कौशल विषय और 45 भाषाओं का विकल्प देता है। छात्र किसी भी दो भाषाओं और तीन वैकल्पिक विषयों का चयन कर सकते हैं। इसके अलावा, छात्र एक कौशल विषय को 6वें विषय के रूप में और एक अतिरिक्त भाषा को 7वें विषय के रूप में भी चुन सकते हैं। इस प्रकार, एक छात्र कक्षा 10वीं में अधिकतम सात विषयों का चयन कर सकता है। यह विषय चयन योजना 2026 के बोर्ड परीक्षा तक अपरिवर्तित रहेगी। इसलिए, शैक्षणिक विषय, भाषाएं और कौशल विषयों का चयन वही रहेगा जो वर्तमान में है।

विकलांग छात्रों को वही सुविधाएं प्राप्त होती रहेंगी, जो अभी तक उन्हें दी जा रही हैं। इसके साथ ही, जो भी संस्थानों को वर्तमान में छूट दी जा रही है, वह जारी रहेगी।

सिंह ने बताया कि इस मसौदे पर सार्वजनिक और हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर इसे और बेहतर किया जाएगा। सभी संबंधित पक्षों को CBSE की वेबसाइट पर निर्धारित समय सीमा के भीतर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

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