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तंत्रज्ञान के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव, जीवन को सुखमय बनाना संभव: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

नारद वार्ता संवाददाता, मुंबई: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को ‘पैन आईआईटी वर्ल्ड ऑफ टेक्नोलॉजी’ द्वारा आयोजित वैश्विक सम्मेलन में कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से मानवीय जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार भी कृषि, ग्रामीण विकास, और स्वास्थ्य क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके नागरिकों की जीवनशैली में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि स्वास्थ्य क्षेत्र में तंत्रज्ञान का इस्तेमाल करके जीवन को बहुत अधिक आरामदायक और सुगम बनाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘मुंबई अब फिनटेक और डेटा सेंटर का वैश्विक केंद्र बन रहा है। यहां हर नागरिक को प्रौद्योगिकी के माध्यम से विकास की दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर मिलेगा। भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्दी ही तीसरे स्थान पर पहुंचने वाला है। महाराष्ट्र ने एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का संकल्प लिया है।’

सम्मेलन में दुबई आर्थिक विकास महामंडल के सीईओ हादी बद्री, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रो. अभय करंदीकर, वैज्ञानिक रघुनाथ माशेलकर, पैन आईआईटी के अध्यक्ष देवाशिष भट्टाचार्य, शरद सरफ और अशोक झुनझुनवाला भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने देशभर में चल रहे प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मुंबई के समुद्र तट मार्ग और अटल सेतु ने यातायात को तेज किया है। राज्य सरकार विभिन्न इनोवेटिव प्रयासों से राज्य के दूरदराज इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए तकनीक का उपयोग कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार महात्मा फुले जन स्वास्थ्य योजना के तहत हर साल पांच लाख रुपये तक के मुफ्त उपचार प्रदान कर रही है। इसके अलावा, राज्य किसानों को सौर ऊर्जा आधारित बिजली आपूर्ति के लिए तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है, जिससे कृषि क्षेत्र में नए बदलाव आएंगे। मुख्यमंत्री ने तंत्रज्ञान के माध्यम से जल संरक्षण के लिए ‘जलयुक्त शिवार’ अभियान की भी सराहना की, जिससे 24,000 गांवों में जल संपन्नता लाने में मदद मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि आईआईटी मुंबई अब केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं रहा, बल्कि यह भारतीय नवाचार और प्रौद्योगिकी का एक केंद्र बन चुका है। मुख्यमंत्री ने अंत में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए द्रोण दीदी उपक्रम का उपयोग भी तंत्रज्ञान के माध्यम से हो रहा है और राज्य सरकार के विभिन्न प्रयासों से जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आ रहे हैं।’

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