महाशिवरात्रि पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर में नृत्य प्रस्तुति को लेकर विवाद
- Controversy Over Dance Performance at Trimbakeshwar Temple on Mahashivratri
नासिक: महाराष्ट्र के नासिक स्थित प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित अभिनेत्री प्राजक्ता माली की नृत्य प्रस्तुति को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कई संगठनों और पूर्व न्यासियों ने इसका विरोध किया है, वहीं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने भी मंदिर प्रबंधन को मंदिर परिसर में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित न करने का निर्देश दिया है।
मंदिर ट्रस्ट ने महाशिवरात्रि के दिन शिव स्तुति’ नृत्य प्रस्तुति का आयोजन किया था, जिसमें अभिनेत्री प्राजक्ता माली को परफॉर्म करना था। लेकिन, पूर्व न्यासियों और स्थानीय संगठनों का कहना है कि इस कार्यक्रम से भीड़ नियंत्रण में समस्या हो सकती है और कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
ASI की आपत्ति
मंदिर प्रशासन का पक्ष मंदिर न्यास की सचिव एवं त्र्यंबकेश्वर नगर परिषद की CEO श्रेया देवचक्के ने बताया कि प्राजक्ता माली ने हाल ही में मंदिर यात्रा के दौरान नृत्य प्रस्तुति की इच्छा जताई थी, जिसके बाद न्यास की बैठक में सर्वसम्मति से इसे मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा, ‘यदि ASI को कोई आपत्ति है, तो उसे लिखित रूप में देना चाहिए।’
ASI के छत्रपति संभाजीनगर सर्कल के अधिकारियों ने मंदिर ट्रस्ट को पत्र लिखकर 1958 के प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष (AMASR) अधिनियम और 1959 के नियमों का हवाला देते हुए मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित न करने का निर्देश दिया है।
पुलिस से कार्रवाई की मांग
मंदिर की पूर्व न्यासी ललिता शिंदे ने पुलिस उपाधीक्षक वासुदेव देसले को पत्र सौंपकर इस कार्यक्रम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।