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Narad Varta, नारद वार्ता संवाददाता लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधान परिषद में कह दिया कि प्रयागराज महाकुंभ ने प्रदेश के प्रयागराज, अयोध्या, काशी, मथुरा और गोरखपुर को नए पंच तीर्थ के रूप में जोड़ दिया है, जिससे प्रदेश एक नए युग की ओर अग्रसर हो रहा है।
विधान परिषद के बजट सत्र के छठे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उनका कहना था कि महाकुंभ में हर व्यक्ति को अपनी दृष्टि के अनुरूप कुछ न कुछ देखने को मिला है।
महाकुंभ का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
मुख्यमंत्री ने कहा,
“महाकुंभ दुनिया में अब तक हुए सभी आयोजनों के रिकॉर्ड तोड़ रहा है। प्रयागराज महाकुंभ ने प्रदेश में नए पंच तीर्थ का निर्माण कर दिया है, जिसके माध्यम से श्रद्धालु प्रयागराज, अयोध्या, काशी, गोरखपुर, मथुरा दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि जब पूरा विश्व प्रयागराज के महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता का साक्षी बन रहा है, तब विपक्ष केवल आलोचनाओं में व्यस्त है। योगी ने इस आयोजन को भारत की सनातन परंपरा, आस्था और संस्कृति का महोत्सव बताया, जिसने देश की प्रतिष्ठा को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
64 करोड़ श्रद्धालुओं की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि अब तक 64 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल हो चुके हैं, जो विश्व के किसी भी धार्मिक आयोजन की तुलना में कहीं अधिक है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश आज एक नए युग में प्रवेश कर रहा है।
योगी ने यह भी कहा कि समाज का रवैया महान कार्यों के प्रति तीन चरणों से गुजरता है – पहले उपहास, फिर विरोध और अंततः स्वीकृति। उन्होंने राम मंदिर निर्माण और महाकुंभ आयोजन के उदाहरण से यह सिद्ध किया कि पहले विपक्ष ने तंज कसे, फिर विरोध किया, लेकिन अंततः वे भी इस आस्था में समर्पित हो गए।
विपक्ष पर सोशल मीडिया में झूठे आरोपों का कटाक्ष
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रयागराज महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश रची। उन्होंने बताया,
“कुछ लोगों ने दावा किया कि गोरखपुर-बस्ती मंडल के 35 लोग लापता हैं, लेकिन वे सभी सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं।”
योगी ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालु 12-12 दिन तक महाकुंभ क्षेत्र में घूमते रहे, भंडारों में भोजन किया और आश्रमों में विश्राम किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि प्रयागराज का मेडिकल कॉलेज पूरे जनपद का है और कुंभ क्षेत्र अस्थायी जनपद के रूप में कार्य करता है, जिससे किसी भी दुर्घटना या मृत्यु की जानकारी तुरंत दर्ज हो जाती है। डिजिटल कुंभ प्रणाली ने 28,000 बिछड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलाया है।
सरकार की उपलब्धियाँ और विपक्ष पर कड़ी टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने प्रयागराज में 12 नए स्मारक, 200 सड़कों, 14 फ्लाईओवर और बेहतर कनेक्टिविटी के माध्यम से महाकुंभ को ऐतिहासिक बना दिया है। योगी ने महाकुंभ की तुलना मक्का में हज (जहाँ 1.4 करोड़ लोग शामिल) और वेटिकन सिटी (जहाँ साल भर में 80 लाख श्रद्धालु आते हैं) से की, साथ ही अयोध्या धाम में केवल 52 दिनों में 16 करोड़ श्रद्धालुओं की भी बात की।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष भाजपा के विरोध में भारत विरोधी मानसिकता अपना लेता है और कहा कि कांग्रेस व समाजवादी पार्टी ने ऐतिहासिक स्थलों के नाम बदलने में भेदभाव किया है, जबकि सामाजिक न्याय का दावा करने वाले महापुरुषों के नाम भी हटाए गए हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण पर भी कड़ी प्रतिक्रिया
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष के आचरण पर भी योगी ने कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद के प्रति अशोभनीय भाषा और नारेबाजी लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
“संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने हमें जो लोकतांत्रिक व्यवस्था दी है, उसका सम्मान करना सभी दलों का कर्तव्य है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि समाजवादी पार्टी का यह आचरण लोकतंत्र और संविधान दोनों के विरुद्ध है तथा ऐसे आचरण को किसी आदर्श लोकतांत्रिक व्यवस्था में स्वीकार नहीं किया जा सकता।